अर्जुन शस्त्र
बरेली : अस्पताल में मोदी सरकार की महात्वाकांक्षी और आम आदमी के इलाज के लिये रामबाण साबित हो रही आयुष्मान योजना की साख पर आंच दिखाई दी। बरेली के दीपमाला हास्पिटल के डाक्टर सोमेश मेहरोत्रा ने सवाल खड़े कर दिये हैं। उन्होंने मरीज और उसके तीमारदार से कहा कि तुम्हें आयुष्यमान योजना में इलाज नहीं मिलेगा, सरकारी अस्पताल में जाकर चूरन-चटनी की गोली खा लो।” छह हजार रुपये का इंजेक्शन 2200 रुपये में कहां से लगा दूं। यह कहते हुये डाक्टर और उनके स्टाफ ने आयुष्मान कार्डधारक से अभद्रता की। उसे आईसीयू से धक्के देकर बाहर निकाल दिया। इस घटना के बाद डॉक्टर ने तीमारदार को आईसीयू से बाहर निकाल दिया। यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाती है। डॉक्टर ने निजी अस्पतालों पर मिलने वाले कम भुगतान का हवाला दिया, जबकि तीमारदारों का कहना है कि मरीजों को मुफ्त इलाज का हक मिलना चाहिए। वायरल वीडियो ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मामले में कार्रवाई और योजना के क्रियान्वयन में सुधार की मांग जोर पकड़ रही है।
डॉक्टर सोमेश से पूछने पर पता चला कि विवाद जिस इंजेक्शन को लगाने को लेकर हुआ, वह आयुष्मान कार्ड के अप्रूवल से पहले का मामला था। उन्होंने कहा, “जो भी मैंने कहा, वह फ्रस्ट्रेशन में कहा। मेरी सरकार या किसी जनप्रतिनिधि से कोई शिकायत नहीं है। लेकिन बीते चार महीने से आयुष्मान योजना के तहत किए गए इलाज का भुगतान नहीं हुआ है।”
आयुष्मान कार्डधारक को धक्के मार कर अस्पताल से निकाला, फ्री में इलाज नहीं, सरकारी अस्पताल में जाओ !
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