Homeप्रदेशUttar Pradeshगम ही हमें जिंदगी में मिलते रहे: अनीता रानी

गम ही हमें जिंदगी में मिलते रहे: अनीता रानी

गम में गम हमें जिंदगी में मिलते चले गए
तन्हा रहे हम मगर महफिले सजाते चले गए ||
दर्द मिला बहुत मुझे फिर भी हम मुस्कुराते चले गए
बहुत रुलाते हैं यह अपने भी हमें ||

हम उनको अपने सीने से लगाते चले गए
झूठा हमें बनाया अपनों ने मगर||

हम सच की राह पर चलते चले गए
नजरों से अपनी दूर किया अपनों ने हमें||
हम इनको अपना साया बनाते चले गए
सोते हैं वह चैन की नींद हमेशा ||
हम रातों में उनको याद करते चले गए
कहते हैं कि सच आएगा एक दिन सामने ||
हम इसी उम्मीद मे खुद को मिटाते चले गए ||

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